पुरानी घड़ी की
रुकी हुई दोनो
सूइयां..
एक ही वक़्त पर
थी ठहरी..
या तो वक़्त वो...
सबसे अच्छा वक़्त
था...
या सबसे बुरा...
दूर-दूर एक
दिशा में
घूमती सूइयां...
किसी पल अचानक..
एक जगह जाती है
थम..
और फिर...
कुछ क्षणो पश्छात
शने: शने: अलगाव
आता है...
बीच की खाई..
कयी फीट गहरी
हो जाती है...
नये सिरे से
नयी सूइयां मिलने
की करती है तैयारी...
या तो वो होता है...
सबसे अच्छा वक़्त
या सबसे बुरा वक़्त...
रुकी हुई दोनो
सूइयां..
एक ही वक़्त पर
थी ठहरी..
या तो वक़्त वो...
सबसे अच्छा वक़्त
था...
या सबसे बुरा...
दूर-दूर एक
दिशा में
घूमती सूइयां...
किसी पल अचानक..
एक जगह जाती है
थम..
और फिर...
कुछ क्षणो पश्छात
शने: शने: अलगाव
आता है...
बीच की खाई..
कयी फीट गहरी
हो जाती है...
नये सिरे से
नयी सूइयां मिलने
की करती है तैयारी...
या तो वो होता है...
सबसे अच्छा वक़्त
या सबसे बुरा वक़्त...
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