कसेला है...
छिन्न-भिन्न
स्वरों में
सुर डालना
फिर-फिर
श्रवण में
आना
बेसुरी स्थिर
आवाज़ .....
कसेला है..
जल को
पूरे वेग से
प्रवाहित करना
ठहरना जल
का ठहरे हुए
पत्थरों के
पीछे...
कसेला है..
क्यारी-क्यारी
कलि को
सहेजना
मुरझाना कलि का
पुष्प होने से
पहले.....
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